Website Designing मे बनाए अपना Career


            Website Designing me bnaye Career


दोस्तो वैबसाइट डिज़ाइनिंग मे है बेशुमार करियर आज की इस Digital दुनिया मे इंटरनेट पर लाखों वेबसाइटें बन कर तैयार गई हैं। इसके जाल में हर बिजनेस, हर इंस्टीट्यूट यहां तक कि हर व्यक्ति अपनी एक जगह बनाना चाहता है। यह कोन नहीं चाहेगा मे mouse की एक click से खुलने वाला उसका पेज आकर्षक, सुंदर ओर उपयोगी हो। वेबसाइट डिजाइनिंग एक ऐसा ही करियर है जो खूबसूरत और उपयोगी वेबसाइट पेज बनाने की प्रोफेशनल स्किल डेवलप करता है। जहां कस्टमर आँनलाइन किसी कंपनी के बारे में विस्तृत जानकारी जानना चाहता है। इसलिए बड़ी-बड़ी कंपनिया अपने first impression के लिए कुशल website designers को काम देती है। आपने इंटरनेट पर ऐसी वेबसाइटें भी देखी होंगी, जो अव्यवस्थित तथा अनाकर्षक रंगों में होने के कारण उपयोगकर्ता द्वारा जल्द ही बंद कर दी जाती है। अधिकतर वेबसाइट सर्वर सिर्फ वेबसाइट पेज के पहले लुक से ही उस वेबसाइट की रिचनेस का अंदाज लगा लेते हैं। इस प्रकार से किसी कपनी की वेबसाइट को आज के समय में उस कंपनी का डिजिटल बिजनेस कार्ड भी कहा जाने लगा है क्योकि किसी भी कंपनी पर online costumer सबसे पहले उसकी वेबसाइट को ही देखता है। इसलिए इस क्षेत्र मे website designer को अपनी पूरी रचनात्मक ओर नवीनतम प्रतिभा का उपयोग करना होता है ताकि एक वैबसाइट डिजाइनर के तोर पर वह अपने काम से वेबसाइट के माल्लिक(owner) को भी खुश कर सके ओर उस वेबसाइट को internet पर भारी प्रमोशन भी मिले।
एक अच्छा website designer इन बातों का ध्यान रखते है।  आकर्षक एवं प्रभावशाली वेबसाइट डिजाइन करता है। वेबसाइट डिजाइनिंग “keep it simple and short” के सिद्धांत पर कार्य करता है। आजकल वेबसाइट होस्टिंग कंपनियां बेबसाइट डिजाइनिंग ओर मेन्टेनेस को एक साथ जोडने लगी हैं और इसके कारण अच्छे वेबसाइट डिजाइनरों की मांग में भारी वृद्धि हुईं है।
कंपनियों, संस्थानों और लोगों की वेबसाइट या वेबसाइट पेज के लुक,  इफेक्ट तथा उपयोगिता की उत्कृष्ट प्रस्तुति ही वेबसाइट डिजाइनिंग का मुख्य लक्ष्य होता है।
एक अच्छा वेबसाइट डिजाइनर वेबसाइट पेज के layout  के बारे में सोचता है और उस पर content setting  के लिए विभिन्न प्रकार से प्रयास करता है। Internet से सूचना डाउनलोड होने में लगने वाले समय और सूचना तथा सौंदर्य का तालमेल बिठाता है।  वेबसाइट डिजाइनर किसी डेस्कटॉप पब्लिशर की तरह ही होता है। फर्क यह होता है कि जहां एक डेस्कटॉप पब्लिशर वर्ड और एडोब इनडिजाइन जैसे सॉफ्टवेयर से प्रिंट किए जाने वाले पेज को डिजाइन करता है। वहीं एक वेब डिजाइनर HTTP (Hyper Text Transfer Protocol) के तहत किसी internet  की स्क्रीन पर दिखने वाले वेबसाइट पेज डिजाइन करता है।


Website designer बनने की योग्यताए:-  वेबसाइट डिजाइनिंग के वीभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अलग-अलग प्रशिक्षण संस्थान अलग-अलग न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता का निर्धारण करते हैँ। सामान्यत: बारहवीं के बाद वेबसाइट डिजाइनिंग का कोर्स किया जा सकता है परंतु कुछ संस्थान वेबसाइट डिजाइनिंग के पाठ्यक्रम में दसवीं के बाद भी प्रवेश दे देते हैं। इस समय वेबसाइट डिजाइनिंग का प्रशिक्षण देने वाले कई संस्थान अगल-अलग कोर्स पैकेज दे रहे हैं इसलिए यह आवश्यक है कि कोर्स की सामग्री तथा संस्थान की विश्वसनीयता को ध्यान में रखकर ही सही संस्थान का चयन किया जाए। सही जानकारी एवं मार्केट एक्सपोजर देने वाले संस्थान ज्यादा लाभकारी साबित हो सकते हैं।
वेबसाइट डिजाइनिंग का कोर्स करने के लिए कम्यूटर का basic knowledge होना आवश्यक है। अलग-अलग  संस्थान वेबसाइट डिजाइनिंग पाठ्यक्रम के लिए अपनी प्रतिष्ठा के अनुसार अलग-अलग फीस लेते हैं । वेवसाइट डिजाइनिंग में महारत हासिल करने के उपरांत वेबसांट डेवलपमेंट तथा वेबसाइट प्रोग्राममिंग में भी आगे बढा जा सकता है ओर ग्राफिक्स व एनिमेशन के क्षेत्र में भी स्वयं को स्थापित किया जा सकता है ।
यकीनन वेव डिजाइनिंग एक कला है। यूं तो वेव डिजाइनिंग आईटी (Information Technology)  का ही एक अभिन्न अंग है, लेकिन एक वेव डिजाइनर को एक आईटी प्रॉफेश्नल से भी बेहतर और रचनात्मक भूमिका अदा करनी पडती है। रचनात्मकता, कल्पनाशीलता तथा नए प्रयोग करते रहने की ललक का होना एक वेव डिजाइनर में बहुत आवश्यक है। परिश्रम, लगन तथा धैर्य दूसरे जरूरी गुण हैं क्योंकि कभी-कभी एक छोटा सा कोड डिजाइन करने में तीन से छह घंटे का समय भी लग जाता है। हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (एचटीएमएल), विजुअल बेसिक स्क्रिप्ट या जावा स्क्रिप्ट तो वेबसाइट डिजाइन करने के लिए आवश्यक है ही, एडोफोटोशॉप या कोरल फोटोपेंट जैसे फोटो एडिटिंग टूल का ज्ञान भी जरूरी होता है। वैसे एचटीएमएल के कोड्स इंटरनेट पर भी उपलब्ध हैं तथा फ्रंटपेज जेसे सॉफ्टवेयर भी वेवसाइट डिजाइनिंग हेतु काफी लाभदायक होते हैं,  मार्कअप टेक्स्ट पर आधारित विजुअल इफैक्टस  की यह लैंग्वेज काफी आसान होती है। पर स्क्रिप्ट और डायनेमिक एचटीएमएल के लिए थोडी प्रोग्रामिंग एप्टीट्यूड की भी जरूरत पडती है।

घर पर बैठकर करे काम:- अगर आपको वेब designing का काम आता है तो आप अपना काम घर से भी कर सकते है। वैबसाइट यूजर्स भी अपने पसंदीदा विषयो की जानकारी के लिए वेबसाइट्स को एक बेहतर माध्यम के रूप में आंकते हैं और उसका उपयोग करते हैँ । आप इस काम को घर बैठक भी पूरा कर सकते है इसके लिए आप में काम करने की लगन ओर काबलियत होनी चाहिए। web designing से संबन्धित सभी साधन उपलब्ध होने चाहिए|

वैबसाइट डिज़ाइनर को कितना वेतन मिलता है:- जहाँ तक वेबसाइट डिजाइनरों को मिलने वाले वेतन की बात की जाए तो पर्सनल skill तथा संस्था की साख के आधार पर 20.000 से 30,000 रुपए प्रतिमाह तक का रोजगार आसानी से एक नए प्रसिद्ध वेवसाइट डिजाइनर को मिल जाता है। दूसरे सॉफ्टवेयर्स का ज्ञान और डिज़ाइनिंग की क्वालिटी के आधार पर वेतन बढता जाता है । आप जितने ज्यादा कल्पनाशील ओर रचनात्मक होंगे, छोटी से छोटी जगह में जितनी अधिक और महत्वपूर्ण जानकारी इकठा करने में कुशल होंगे, आपकी प्रसिद्धि एक वेब डिजाइनर के रूप में उतनी ही अधिक होगी।


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