रोबोट क्या है ?

 

आइये जानते है रोबोट क्या है ऑर इस क्षेत्र मे क्या-क्या  अवसर है?

आजकल हम देखते है की रोबोटिक्स कि जरूरत  हर क्षेत्र मे किसी-न-किसी रूप मे पड़ रही है ऑर इस क्षेत्र मे बहुत सम्भावनाए है। धीरे-धीरे ही सही पर रोबोटिक्स हमारे जीवन मे अपनी जगह बना रहा है। आज यदि हम अपने चारो ओर देखेंगे तो  महसूस होगा की रोबोट मानव  जीवन को ऑर अधिक आसान  बना रहे है। रोबोट हर जगह जैसे:-  Hotels, Resturants,  Operation थिएटर,  नर्सिंग होम से लेकर कक्षाओं ऑर हमारे घरों तक रोबोट धीरे- धीरे ही सही लेकिन निश्चित रूप से हमारे  जीवन जीने  के तरीके को बदल रहे है। 

https://www.hpgk.org.in/2020/12/blog-post.html
Robot kya hai ?


रोबोटिक्स क्या है?

आप यह जानकार हैरान होंगे की India ने रोबोटिक्स ऑर AI (Artificial Intelligence) के क्षेत्र मे आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए है। Healthcare, Manufacturing, ऑर Construction के क्षेत्र मे रोबोटिक्स मे सबसे अच्छा भविष्य India की Healthcare इंडस्ट्री  मे है। India की बढ़ती जनसंख्या  तथा Doctor ऑर Patent के अनुपात (1:1674) मे Patent के ज्यादा ऑर Doctor के कम होने के कारण India को सर्जिकल रोबोट, रोबोट असिस्टेंट डायग्नोस्टिक्स, टेलिसर्जरी, ए आई- आधारित चिकित्सा बॉट, आदि जैसी टेक्नालजी के उपोग से बहुत लाभ होगा। 


भारत मे रोबोटिक्स का स्तर 

रोबोट,  मजदूर के मुक़ाबले कितना उतीर्ण ही इस विषय पर हमेशा चर्चा रहती है पर उसके बावजूद भी यह कई उधोगों मे सफलता पूर्वक काम कर रहा है। वेयरेहाउस गोदाम (wearehouse) मे रोबोट का काम बढ़ रहा है, जहां वे भरी सामान उढ़ाने से लेकर इनवेंटरी कलेक्शन ऑर अन्य जरूरी काम तक करने मे सक्षम है। bearehouse औटोमेश्न मे भारतीय बाज़ार मे साल 2015-2020 के बीच 10-12 प्रतिशत की CAGR  से बढ़ने ऑर 2020 तक ऑर US $3.49 बिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है। जिसका मतलब बेयरेहोउसे मे रोबोटिक्स का स्कोप लगातार बढ़ता चला जाएगा। 

आपको यह जानकार आश्चर्य होगा की भारत मे पहली बार रोबोट द्वारा सर्जरी 2002 मे नई दिल्ली मे हुई थी। भारत मे इस समाय 120 रोबोटिक्स प्रशिक्षित सर्जन उपलब्ध है ऑर इसकी संख्या वर्ष 2020 तक 300 सर्जन करने की है ऑर इसके लिए सटीक कदम भी उठाए जा रहे है। ऑर क्या आप इस बात का यकीन मानेगे की रोबोट चिकित्सा सहायता भी अब उपलब्ध है जो रोगियो की निगरानी ऑर व्याख्या कर सकते है, उनके लक्षणो का विश्लेषण का सकते है ऑर उनके उपचार के लिए एक प्रक्रिया डिजाइन कर सकते है?

इतना ही नहीं, रोबोट अब इंसानों वाले काम भी करने लगे है जैसे पोछा लगाना, सफाई करना ऑर घर के अन्य छोटे काम भी। हम बात कर रहे है रूम्बा रोबोट की जो आईरोबोट ने 2002 मे लांच किया था ऑर इसकी अब तक कुल 3 मिलियन से अधिक इकाईया बिक चुकी है। इन रोबोट की सबसे अच्छी बात यह है की वो मुश्किल काम को आसानी से करने मे सक्षम है जो आम इंसान नहीं कर पाते। जैसे भारी सामान उठाना, खराब मोसम मे भी काम कर लेना आदि। 

आने वाले 5 सालो मे रोबोटिक्स किस टीआरएच बदलेगा? रोबोटिक्स एक ट्रेंडसेटिंग इंडस्ट्री है जिसमे साल दर साल लगातार प्रगति हो रही है। नई ऑर बेहतर तकनिको का आविष्कार हो रहा है ऑर उन्हे लागू भी किया जा रहा है। सबसे खास बात यह है की टेक्नालजी मे विकास हो रहा  है ऑर इस विकास से बदलाव को लोग अपनाते भी जा रहे है। हाल ही मे, टोक्यो के एक कैफे ने रोबोट वेटर द्वारा सेवाए प्रदान करना शुरू किया। विकलांग लोग 4 फीट लंबे मीनाटो वार्ड रोबोट का इस्तेमाल रिमोट की मदद से करते है। यह रोबोट वो काम करने मे सक्षम होते है जो बो लोग नहीं कर पाते। रोबोट कई क्षेत्रो  मे एक गेमचेंजर साबित हो रहे है- चाहे घर हो या सार्वजनिक सुरक्षा, शिक्षा, निगरानी, रक्षा या मनोरंजन। 

रोबोटिक्स से नोकरी होगी कम 

यदि आपको इस बात से डर  है की अधिक रोबोट मनुष्यो के लिए नोकरियों के अवसर कम कर देंगे, तो फिर से सोचें। दरअसल, हाल ही मे Indeed  (एक इंडियन जॉब पोर्टल) द्वारा किए गए एक अध्ययन मे यह सामने आया के भारत मे मई 2015 ऑर मई 2018 के बीच रोबोटिक्स  क्षेत्र मे अवसरो की तलाश कर रहे नोकरी चाहने वालो के बीच 186 प्रतिशत की बढ़ बढ़ोतरी हुई। ऑर इसी दोरान, रोबोटिक्स के  क्षेत्र  मे  नोकरी पोस्टिंग मे 191 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। 

रोबोटिक्स भारत मे एक तेजी से उभरता हुआ सैक्टर है, जिसमें मैनुफेक्चरिंग, हेल्थ ऑर कन्स्ट्रकशन जैसे  क्षेत्र  शामिल है, जिससे रोबोटिक्स मे माहिर लोगो की मांग बढ़ रही है। 

बचपन से करे शुरुआत 

अभिभावकों को यह समझना चाहिए की इस क्षेत्र  मे सुनहरा भविष्य है ऑर अपने बच्चों को इसमें जितनी जल्दी शिक्षित करना शुरू करे उनके लिए उतना बेहतर होगा। यह एकदम सही समय है क्यूंकि यह क्षेत्र अभी अपने शुरुआती दोर मे है। उन्हे हमेशा कुछ नया बनाने के लिए प्रेरित करें, इससे समझ आ जाएगा की उनकी रुचि नए इनोवेसन की टीआरएफ़ कितनी है ऑर उसी के अनुसार आप उन्हे रोबोटिक्स से परिचित कराया जाता है, तो वे रचनात्मक सोच, सहयोग, प्रोग्रामिंग ऑर कोडिंग जैसे कोशल विकसित कर सकते है ऑर इसे करते समये वह इनोवेशन का आनंद ले सकते है। 




Post a Comment

0 Comments